तुम्हारी स्मृति
दीपककहाँ वो फूलों की अब सौग़ात होगी..
नये लोग होंगे, तो नयी बात होगी॥
मैं हर पल ख़ुश रहूँगा..
अगर तुम मेरे साथ होगी॥
तारों से आसमान भरा होगा..
जब तुम्हारी और मेरी मुलाक़ात होगी॥
मैं चाहूँगा तुम्हें भी मेरी याद आए..
जब इस सावन में बरसात होगी।