बिटिया मेरी है फुलवारी
डॉ. उमेश चन्द्र सिरसवारीबिटिया मेरी सबसे न्यारी,
मेरे आँगन की, है फुलवारी।
जब मैं घर में आता हूँ,
भर किलकारी हँसती है।
लाना मुझको छोटी गुड़िया,
झट गोदी आ जाती है।
खिल उठता है घर-आँगन,
जब उछल-उछलकर चलती है।
बिटिया मेरी सबसे न्यारी,
मेरे आँगन की, है फुलवारी।
जब मैं घर में आता हूँ,
भर किलकारी हँसती है।
लाना मुझको छोटी गुड़िया,
झट गोदी आ जाती है।
खिल उठता है घर-आँगन,
जब उछल-उछलकर चलती है।