क़ीमत

सूरज दास (अंक: 224, मार्च प्रथम, 2023 में प्रकाशित)

 

काट लिए जाते हैं वह पेड़
जो सीधे होते हैं . . .
तोड़ ली जाती हैं वह डालियाँ
जो कोमल होती हैं . . .
 
निचोड़ लिया जाता है वह रक्त 
जो सार्वजनिक होता है . . .
लूट लिए जाते हैं वह अवसर 
जो सुनहरे होते हैं . . .
 
अवसरवादिता के इस शहर में 
नहीं हैं तुझे कोई चाहने वाले . . .
तुझे क्या मालूम बहुत हैं 
लुटेरे इस ज़माने वाले . . .
 
क्षण भर में रूप बदलें
अच्छा बनकर दिखाने वाले . . .
स्वार्थ-सिद्धि के बाद हाथ ना आएँ
फिर ये दिलासा देने वाले। 

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