परिणाम युद्ध के
बीना रायख़ून से सनी धरती
मानवता के धूप को
हर वक़्त है तरसती
ऐसी कुछ उपलब्धियाँ
नाम हैं युद्ध के।
भूखमरी और बेरोज़गारी
लाचारी और महामारी
ऐसे ही कुछ ख़ास
परिणाम हैं युद्ध के।
किसी के अहं और
ज़िद की सरपरस्ती
नफ़रतों के आग
हर दिशा में उगलती
ऐसे कुछ मुक़ाम हैं युद्ध के।