मैं और बर्फ़ीली पहाड़ियाँ
पवन त्रिपाठी
बहुत दिनों बाद
पहाड़ों ने इशारा किया है
इससे पहले
ये बर्फ़ीले पहाड़ ख़ामोश थे!
लेकिन अब इन्होंने
पिघलने का इशारा किया है
वो वादियाँ जिनका मुझे इंतज़ार था!
अब उनको निहारने का समय आ गया है!
जब इन वादियों में से
कोहरा उठकर मेरे पास आयेगा
मैं सुबह अँगड़ाई लेकर
इसे समेटने की कोशिश करूँगा!
जब ये वादियाँ
पहाड़ियों की ढलानों में से गुज़रेंगी
तब मेरी आँख खुलेगी!
1 टिप्पणियाँ
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bhut sunder