राजेंद्र कुमार शास्त्री 'गुरु’

राजेंद्र कुमार शास्त्री 'गुरु’

राजेंद्र कुमार शास्त्री 'गुरु’

जन्म:1994    
प्रकाशन:

  • कथाबिम्ब, साहित्य कुञ्ज, अहा! जिन्दगी (दैनिक भास्कर), साहित्य सुधा, हिंदी कुञ्ज, अमर उजाला काव्य, विजय दर्पण टाइम्स, परिवार पत्रिका  जैसी अनेकों  ऑफ़लाइन एवं ऑनलाइन पत्र-पत्रकाओं में रचनाओं का प्रकाशन।

  • चिराग प्रकाशन द्वारा साँझा कहानी संग्रह में कहानियों को स्थान मिला एवं संग्रह की कहानियों को संपादन सहयोग भी दिया।

  • एक कथासंग्रह  (स्व-आंकलन) का वर्ष (2016) में (पुरुषोत्तम पब्लिशर्स-कोलकाता) से प्रकाशन हो चुका है।

उपलब्धि: प्रतिलिपि हिन्दी टीम के द्वारा प्रथम फेलोशिप के लिए चयनित  29 लेखकों  में से एक। यह चयन प्रक्रिया 70 हजार हिन्दी लेखकों में से की गई थीं । जिसमें तीन महीनों तक लगातार (मैं लौटकर आऊँगा, वोट किसे दोगे? और  स्वाभिमान) जैसी स्तरीय कहानियाँ लिखीं।
लेखन भाषाएँ: हिन्दी एवं अंग्रेजी।
लेखन विधाएँ: कहानी, लघुकथा, उपन्यास, संस्मरण, आलेख, ग़ज़ल, नज़्म, कविता आदि।
साक्षात्कार: कुकु एफ़.एम. के द्वारा वर्ष फरवरी 2020 में रचनाओं और लेखन सफ़र के बारे में जानने के लिए RJ अपूर्वा द्वारा साक्षात्कार लिया गया।
अभिरुचि:  लेखन, पठन एवं अभिनय की  बारीक़ियाँ सीखना।
विशेष: ग़रीब तबक़े के बच्चों एवं डिस्लेक्सिया पीड़ित बच्चों की शिक्षा हेतु विशेष सहयोग दे चुके हैं
सम्प्रति: साहित्य हंट के निदेशक एवं प्रधान सम्पादक के रूप में कार्यरत।