किसे 
साथ लेकर चलें,
सब व्यस्त हैं 
मस्त हैं 
एक दूसरे से कटे
अपनी समस्याओं में 
उलझनों में
अपनी लड़खड़ाती ज़िंदगी में
और 
मैं
अपने 
अकेलेपन में

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