सब तय है पहले से ही, कब क्या होगा, कौन कब, किस पथ पर मिलेगा निश्चित है। कोई बस नहीं है अपना इस पर, कुछ नहीं कर सकते बस्स सिवा इंतज़ार और निरंतर अज्ञात पथ पर चलने के।