सूरज आया
धीरज श्रीवास्तव ’धीरज’सुबह सुबह सूरज आता
सबके मन को हरसाता।
जल्दी से तुम उठ जाओ
नित्यक्रिया में लग जाओ।
नहाना धोना फिर खाना
बस्ता लेकर स्कूल जाना।
मन लगाकर पढ़ना तुम
नहीं किसी से लड़ना तुम।
तुम हो दिल के सच्चे
बनना तुम अच्छे बच्चे।
कदम कदम बढ़ते जाना
किसी से तुम न टकराना।