कुछ रिश्ते
तपती रेत पर बरसात से
बुझ जाते हैं, 
बनने से पहले
रिश्ते
ऐसे भी होते हैं
चिनगारी बन
सुलगते रहते हैं जो
ज़िन्दगी भर
चलते साथ कुछ क़दम
कुछ रुक जाते बीच रास्ते
रिश्ते होते हैं कहाँ
जो साथ निभाते हैं
सफ़र ख़त्म होने तक

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