कवि-1
डॉ. राजेन्द्र वर्मामैंने देखा
दूरदर्शन पर—
तीन-चार कुत्ते
चाट रहे थे
किसी दुग्ध वाहन से
गिरा दूध
मैंने देखा
पास ही
एक भूखा व्यक्ति
उलीच रहा
.............उसी दूध को
अपने
टूटे-फूटे बर्तन में।
मैंने—
कविता लिख डाली
और
लम्बी...........
तान कर सो गया
मैं
कवि
मशहूर हो गया।
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