ईंट बनाकर
ख़ुदेजा ख़ानमैं तो मिट्टी थी उपजाऊ
हरी घास प्रमाण है इसका
जो भी बीज बोए
मैंने उगाए वे
फिर भी मुझे
असंख्य के टुकड़ों में बाँट कर
ले गए भट्टी में पकाने के लिए
मुझे ईंट बनाकर
बंजर बना दिया
ये आवास अब समाधियाँ हैं मेरी।