हो ऐसी बारिश

08-08-2008

हो ऐसी बारिश

आशुतोष शर्मा

जागे सोया प्यार, हो ऐसी बारिश
पानी में लगे आग, हो ऐसी बारिश।
 
बीच खड़ी दीवारें, सारी ढह जाएँ
दिल से दिल मिले, हो ऐसी बारिश।
 
छोड़ दुश्मनी बरसों की, गले मिलो
बहे आँखों से पानी, हो ऐसी बारिश।
 
मन का मैल धुले, सब के दिल से
प्यार में हो सब तर, हो ऐसी बारिश।
 
भूखा-प्यासा न हो, कोई भी प्राणी
पानी संग बरसे दाना, हो ऐसी बारिश।
 
बैठा हताश हो जो भी, अपने सफ़र में
खिले आस की कोंपल, हो ऐसी बारिश।
 
ख़ुशियों के बादल गरजे, घर-आँगन में
नाचें मन का मोर, हो ऐसी बारिश।

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