मुश्किल हो गई
संजीव ठाकुरपापा जी की टाँग टूट गई
अब तो भाई मुश्किल हो गई !
कौन मुझे नहलाएगा?
विद्यालय पहुँचाएगा
सुबह की सैर कराएगा?
रातों को टहलाएगा?
चिप्स–कुरकुरे लाएगा?
कोल्ड–ड्रिंक पिलवाएगा?
आइसक्रीम खिलाएगा?
मार्केट ले जाएगा?
पापा जी की टाँग टूट गई
अब तो भाई मुश्किल हो गई !
कौन मुझे नहलाएगा?
विद्यालय पहुँचाएगा
सुबह की सैर कराएगा?
रातों को टहलाएगा?
चिप्स–कुरकुरे लाएगा?
कोल्ड–ड्रिंक पिलवाएगा?
आइसक्रीम खिलाएगा?
मार्केट ले जाएगा?