बरसात में भीगती हुई सविता ने घर में क़दम रखा था की बेडरूम से आवाज़ आई, "जीजी को यह बात मालूम नहीं होनी चाहिए की मेरे पति नपुसंक हैं। उन्हें तो इसी मुग़ालते में रहने देना कि मैं अपना इलाज करवाने और भारत घुमने आई हूँ।"

"लेकिन इस से क्या होगा? एक न एक दिन तुम्हारी सहेली यानी मेरी पत्नी मीना को सच्चाई पता चल जाएगी।"

यह रहस्य सुन कर मीना ‘धम्म” से ज़मीन पर बैठ गई।

तभी सविता की फुसफुसाहट सुनाई दी, "जीजी को ‘यह’ भी मालूम नहीं पड़नी चाहिए। उन्हें तो यही बताइएगा कि मैंने परखनली शिशु से गर्भधारण किया है।"

0 टिप्पणियाँ

कृपया टिप्पणी दें