प्यार किया है मैंने

31-10-2014

प्यार किया है मैंने

डॉ. योगेन्द्र नाथ शर्मा ’अरुण’

प्यार किया है तुमको मैंने ऐसे,
भंवरा हर पल करता फूल को जैसे!
 
तुम मेरे दिल में हो प्रियतम,
हर पल होता मिलन हमारा!
तुमको जब से पाया मैंने,
लगता तब से यह जग प्यारा!!
 
प्यार किया है तुमको मैंने ऐसे,
प्यासा चकोर चंदा को करता जैसे!
 
तुम यादों में रचे-बसे हो मेरी,
हर धड़कन में रहते हो अब तुम ही!
जिधर देखता हूँ मैं, तुम ही तुम हो,
मेरी पलकों में बसते हो अब तुम ही!!
 
प्यार किया है तुमको मैंने ऐसे,
नदिया करती है सागर से जैसे!

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