पाठ्यपुस्तकों में त्रिलोक सिंह ठकुरेला की रचनाएँ
साहित्यकार एवं सुपरिचित कुण्डलियाकार और उत्तर पश्चिम रेलवे में इंजीनियर त्रिलोक सिंह ठकुरेला की रचनाएँ विभिन्न पाठ्यपुस्तकों में संकलित की गयी हैं। ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस की कक्षा-3 की हिन्दी पाठ्यपुस्तक ऑक्सफ़ोर्ड एडवांटेज हिंदी पाठमाला भाग-2 में उनकी कविता ‘अंतरिक्ष की सैर’, शिक्षण की कक्षा-2 की हिंदी पाठ्यपुस्तक अक्षर दीपिका में उनकी बाल कविता ‘उपवन के फूल’ तथा केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पाठ्यक्रम के आधार पर तैयार की गयी कक्षा-5 की हिंदी पाठ्यपुस्तक ‘नवीन सुबोध भारती हिंदी पाठमाला-5’ में त्रिलोक सिंह ठकुरेला की कविता ‘गंध गुणों की बिखराएँ’ सम्मिलित की गयी है।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान साहित्य अकादमी के शंभूदयाल सक्सेना बाल साहित्य पुरस्कार से पुरस्कृत एवं पण्डित जवाहर लाल नेहरू बाल साहित्य अकादमी (जयपुर) सहित अनेक साहित्यिक संस्थाओं से सम्मानित त्रिलोक सिंह ठकुरेला की रचनाएँ महाराष्ट्र राज्य की दसवीं कक्षा की हिन्दी पाठ्यपुस्तक ‘हिन्दी कुमारभारती’ सहित लगभग चार दर्जन पाठ्यपुस्तकों में स्थान पा चुकी हैं। नया सवेरा, काव्यगंधा, समय की पगडंडियों पर, आनन्द मंजरी और सात रंग के घोड़े उनकी चर्चित कृतियाँ हैं।