गीतिका सक्सेना

गीतिका सक्सेना

गीतिका सक्सेना

नवोदित कहानीकार गीतिका सक्सेना का जन्म 18 सितंबर 1982 को मेरठ में हुआ। आपने उत्तर प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रॉनिक्स में बी.टेक किया और कुछ वर्ष एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में सॉफ्टवेयर डिवेलपर के पद पर कार्यरत थीं । आप एक गैर सरकारी संगठन होलीफेथ वेलफेयर सोसाइटी की मेंबर हैं जिसका उद्देश्य कन्याओं को आगे बढ़ाना है। स्वर्गीय कवि श्री भारत भूषण जी के परिवार में जन्म लेने के कारण बचपन से ही हिन्दी कविताओं में इनकी रुचि थी। आपने अब तक चार कविताएँ लिखी हैं, जिसमें से एक "यादें" 'मातृभाषा' वेबसाइट और लंदन की संस्था 'वातायन' के फेसबुक पेज में छप चुकी है। विवाहोपरांत आपका परिचय अपनी मामी सास श्रीमती उषा राजे सक्सेना जी, जो एक विश्वविख्यात लेखिका हैं, से हुआ। आपने उनके साहित्य और उनसे अक्सर होने वाले वार्तालाप से प्रेरित होकर कहानियाँ लिखनी आरंभ कीं। आप अब तक छह कथाएँ लिख चुकी हैं। आपकी एक कहानी “कंगन” साउथ एशिया टाइम्स के हिंदी परिशिष्ट “हिंदी पुष्प” के नवंबर/दिसंबर अंक में छप चुकी है।