क्या सोच रहे हो तुम
मनोहर कुमार सिंहक्या सोच रहे हो तुम,
सोचने से कुछ नहीं मिलेगा।
अगर कुछ पाना है तो,
कठिन परिश्रम करना ही पड़ेगा।
क्या सोच रहे हो तुम,
सोचने से कुछ नहीं मिलेगा।
अगर कुछ बनना है तो,
लगन शील बनना ही पड़ेगा।
क्या सोच रहे हो तुम,
सोचने से कुछ नहीं मिलेगा।
अगर आगे बढ़ाना है तो,
क़दम बढ़ाना ही पड़ेगा।
क्या सोच रहे हो तुम,
सोचने से कुछ नहीं मिलेगा।
अगर कुछ लेना है तो,
हाथ बढ़ाना ही पड़ेगा।
क्या सोच रहे हो तुम,
सोचने से कुछ नहीं मिलेगा।
अगर जगना है तो,
बिस्तर छोड़ना ही पड़ेगा।
क्या सोच रहे हो तुम,
सोचने से कुछ नहीं मिलेगा।