ख़ूबसूरत

15-11-2023

ख़ूबसूरत

मीरा ठाकुर (अंक: 241, नवम्बर द्वितीय, 2023 में प्रकाशित)

 

सीमा ने सासु माँ से जैसे ही पूछा कि क्या वह पार्लर जा सकती है? सासु माँ ने तुरंत जवाब दिया, “क्या ज़रूरत है? पार्लर जाकर वक़्त और पैसा क्यों बर्बाद करना फ़ालतू में। वैसे भी असली ख़ूबसूरती तो सादगी में उभर कर आती है। फिर क्या तुम्हें फ़िल्म में काम करना है?” 

तभी उनका फोन आता है–अरे कुछ नहीं कर रही। पर सोच रही हूँ काफ़ी दिन हो गए, बाल नहीं कलर कराए। सोच रही हूँ आज वही करा आऊँ। तुम भी वहीं आ जाओ, गप्प मारेंगे। 

शाम के समय सात वर्षीय लाडो ने कमरे में प्रवेश किया और दादी के गले से झूलकर बोली, “अरे! दादी आप तो बड़ी अच्छी लग रही हो, क्या बात है?” 

दादी ने गर्व से उत्तर दिया, “कल ही बाल रँगवाए हैं, सुंदर लग रहीं हूँ ना!” 

0 टिप्पणियाँ

कृपया टिप्पणी दें