चिड़िया
मईनुदीन कोहरी ’नाचीज़’चूँ - चूँ चीं - चीं करती चिड़िया।
सब के मन को भाती चिड़िया॥
फुदक - फुदक कर उड़ती चिड़िया।
नहीं पकड़ में आती चिड़िया॥
सुन्दर - सुन्दर पंखों वाली।
तिनका चुन- चुन लाती चिड़िया॥
फर्र- फर्र फुर्र - फुर्र उड़ती चिड़िया।
दाना चुन - चुन लाती चिड़िया॥