अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस-हाइकु
डॉ. लता सुमंत
1.
नारी तू शक्ति
फूलों सी खिलती तू
बागे बहार
2.
काँटे बीनती
जीवन बग़िया के
आहें निर्मूल
3.
नारी चेतना
महके जीवन में
तो से बग़िया
4.
नारी रतन
पाए तो भाग, खोए
वो बरबाद
5.
नारी अस्तित्व
जुड़ा कोख से, बिन
कोख है सून
6.
नारी कोशिश
ना पीछे हटती तू
जीवनाधार
7.
स्त्री है मंज़िल
पहुँचाए लक्ष्य पे
रहे अलक्ष्य
8.
नारी तू शक्ति
करे दिलों की भक्ति
तू ना अनजान