आँसू
विजय कुमार सप्पत्तिउस दिन जब मैंने तुम्हारा हाथ पकड़ा,
तो तुमने कहा..... नहीं..
और चंद आँसू जो तुम्हारी आँखों से गिरे..
उन्होंने भी कुछ नहीं कहा... न तो नहीं ... न तो हाँ ..
अगर आँसुओं कि जुबान होती तो ..
सच झूठ का पता चल जाता ..
जिंदगी बड़ी है .. या प्यार ..
इसका फैसला हो जाता...