प्रीत भरा यह मास निराला
ज्योत्स्ना 'प्रदीप'छंद - दोधक
(यह 11 वर्ण का छन्द है। तीन भगण (211+211+211)और दो गुरु 2+2होते हैं)
प्रीत भरा यह मास निराला।
माधव झूम रहा मतवाला॥
रंग सजे बिखरे हर डाली।
गीत नए बुनती हरियाली॥
छंद - दोधक
(यह 11 वर्ण का छन्द है। तीन भगण (211+211+211)और दो गुरु 2+2होते हैं)
प्रीत भरा यह मास निराला।
माधव झूम रहा मतवाला॥
रंग सजे बिखरे हर डाली।
गीत नए बुनती हरियाली॥