नासिरा शर्मा: ‘गुंटी’ का क्राफ़्ट और भाषा बहुत सशक्त है

29 Aug, 2022

कथा-संग्रह ‘गुंटी’ का लोकार्पण

नासिरा शर्मा: ‘गुंटी’ का क्राफ़्ट और भाषा बहुत सशक्त है

यह विचार नासिरा शर्मा, सुपसिद्ध लेखिका ने व्यक्त किए ‘गुंटी’ कथा संग्रह के लोकार्पण पर। दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में अवसर था युवा लेखिका रेणु हुसैन के प्रथम कथा संग्रह के लोकार्पण का। कार्यक्रम के समन्वयक कथाकार आलोचक डॉ. संदीप अवस्थी, राजस्थान और आयोजक जश्न ए हिन्द थे। 

मैत्रयी पुष्पा ने अपनी आत्मकथा अल्मा कबूतरी का भी ज़िक्र किया। और कहा कि जब कथा संग्रह आता है तो उसकी आलोचना भी होती है। ऐसी ही हमारी हुई तो हमने पति से कहा कि इसे तुम मत पढ़ना। रेणु हुसैन के कथा संग्रह ‘गुंटी’ की रचनाओं की उन्होंने बहुत तारीफ़ की और कहा कि हम तुम्हें समय-समय पर मार्ग दिखाते रहेंगे। 

अध्यक्षता करते हुए नासिरा जी ने संग्रह की कुछ कहानियों का उल्लेख कर उन्हें आगे बढ़ने का आशीर्वाद दिया। यह विशेष कहा कि संग्रह की कहानियों का क्राफ़्ट बहुत बेहतर है। 

डॉ. संदीप अवस्थी ने कहा कि रेणु जी की रचनाओं में लोक, उसके प्रतिमान और भाषा आश्वस्त करती हैं कि लेखिका पूरी तैयारी के साथ क़दम रख रही हैं। कथा जगत में उनका स्वागत है। समारोह में केंद्रीय हिंदी शिक्षण मंडल के उपाध्यक्ष अनिल शर्मा जोशी ने शैलेश मटियानी का उल्लेख करते हुए कहा कि जिस तरह उनकी रचनाएँ हमारे समाज के आसपास घूमती हैं और उनकी भाषा भी सहज प्रवाहवान है, वैसी ही झलक मुझे रेणु हुसैन की रचनाओं में भी दिखती है। 

समारोह में रेणु हुसेन ने अपने उद्बोधन में अपने लेखकीय यात्रा को याद किया। स्वर्गीय मुकेश मानस के सहयोग को याद किया। उन्होंने संक्षेप में अपनी रचना प्रक्रिया पर प्रकाश डाला। गुंटी, पपन, चिता की आग कहानियों का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इन सबके पात्र मेरे ही आसपास हैं। उन घटनाओं और दर्द को शब्दों में महज़ पिरोया भर है। 

गुंटी शीर्षक की कहानी के कुछ अंशों का अद्भुत ढंग से सुमन केशरी ने पाठ किया और नई ऊँचाइयों पर कार्यक्रम को पहुँचा दिया। 

समारोह में लक्ष्मीशंकर वाजपयी ने रेणु की कहानियों को एक ताज़ी हवा का झोंका बताया। एनबीटी के संपादक और प्रसिद्ध लेखक लालित्य ललित ने अपने वक्तव्य में इस बात पर बल दिया कि रचना दूर तक तभी चलती है जब उसमें हमारे आसपास का वातावरण उभरता है। इस लिहाज़ से गुंटी संग्रह की कई कहानियाँ खरी उतरती हैं। 

जश्न ए हिन्द की अध्यक्ष मृदुला टण्डन ने सभी को संस्थान की मासिक बैठकों से परिचित करवाया। समारोह का संचालन कवयित्री ममता किरण ने किया। कार्यक्रम में मनीष बना का प्रबंधन रहा। इंडिया इंटरनेशनल एनेक्सी हॉल नंबर दो में आयोजित इस कार्यक्रम में आलोक यात्री ने अपने मधुर अंदाज़ में सभी आगन्तुको को धन्यवाद ज्ञापित किया। और बताया कि वह हर माह काव्य और कथा पर कार्यक्रम सभी के लिए कर रहे हैं। कार्यक्रम में श्रीमती सरोज शर्मा, योग और लाइफ़ स्टाइल मैनेजमेंट गुरु, रणविजय राव, राज्यसभा टीवी, संजय तलवार फ़िल्म प्रोड्यूसर और गायक, चचित कवयित्री कंचन वर्मा, रमा पांडेय प्रसिद्ध रंगकर्मी, श्री और श्रीमती निगम, कमलेश भारतीय, और बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमियों की गरिमामयी उपस्तिथि रही। यह पुस्तक अमेज़न, फिलिप्कार्ट सहित सभी जगह उपलब्ध है

कथा-संग्रह ‘गुंटी’ का लोकार्पण