वीना श्रीवास्तव

वीना श्रीवास्तव

वीना श्रीवास्तव

सम्प्रति: कार्यकारी सदस्य ( झारखंड), पूर्वी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की कार्यकारी पर्षद ( ईजेडसीसी)
कॉलम लेखन:

  • झारखंड के अग्रणी हिंदी दैनिक प्रभात खबर में वर्ष 2012 से कॉलम लेखन 8 वर्षों तक बच्चों व किशोरों की पेरेंटिंग पर कॉलम ।(साढ़े सात वर्षों तक)

  • बच्चों व अभिभावकों के सवालों के जवाब का कॉलम (दो वर्षों तक)

  • हिंदी की प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिकाओं हंस, कथादेश, वागर्थ, संस्कार सुगंध, अक्षर पर्व , कथाक्रम व देश के प्रतिष्ठित दैनिक अखबारों दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर, स्वतंत्र भारत, प्रभात खबर, खबर मंत्र नवभारत टाइम्स आदि के लिए लेखन।

  • रेडियो नाट्य लेखन व रेडियो कथा लेखन एवं प्रसारण।

  • मोटीवेशनल स्पीकर व गेस्ट फैकल्टी 

प्रकाशन (एकल, साझा व संपादन):
चार कविता संग्रह - 1. तुम और मैं. 2. मचलते ख्वाब.  3. लड़कियां. 4. चोंच भर बादल (भारतीय ज्ञानपीठ से प्रकाशित जनवरी 2020 में)
5. परवरिश करें तो ऐसे करें। 6. खिलता बचपन आदतें और संस्कार ( दोनों प्रभात खबर में प्रकाशित कॉलमों का संग्रह, प्रभात प्रकाशन से)
7. शब्द संवाद (संपादन) 
साझा संकलन
1.अनुगूंज 2. खामोश, खामोशी और हम, 3 ख्वाब ईसा हुए, सांसे सुकरात, 4. काव्य मयूरी 5. नीलाम्बरा,  6. काव्य दर्पण. 7. चमकते कलमकार
संपादन:  हैरिटेज झारखंड की पत्रिका ‘भोर’ की संपादक
साहित्यिक सम्मान:

अंतरराष्ट्रीय
1. प्रमोद वर्मा युवा सम्मान - 2016 ( इजिप्ट)
2. नारायण लाल परमार सम्मान -2017 (बाली, इंडोनेशिया)
3. साहित्य सरिता सम्मान - 2017 (बुडापेस्ट)
4. कला सिंधु सम्मान - 2017 (बुडापेस्ट) 
5. अनातोली परपरा सम्मान - 2018 (मास्को)
उत्तर प्रदेश
1. श्याम धारा सम्मान। 2. तेजमन स्वर्णकार साहित्य गौरव सम्मान 3. साहित्य सरोज और शिक्षा प्रेरक सम्मान। 4. तेजस्विनी सम्मान। 5. सुभद्रा कुमारी चौहान पुरस्कार।
6. अरुणिमा स्मृति सम्मान
बिहार
  1. शताब्दी सम्मान
मध्य प्रदेश
  1. शब्द मधुकर सम्मान
पश्चिम बंगाल
 1.क्षीर भवानी योगेश्वरी साहित्य सम्मान
झारखंड
 1. कात्यायनी सम्मान। 2. शान-ए- झारखंड। 5. शिक्षा-साहित्य सेवा सम्मान

साहित्यिक/सांस्कृतिक संस्थाओं से जुड़ाव:
1. अध्यक्ष - शब्दकार
2. सचिव (साहित्य) - हेरिटेज झारखंड
3. कार्यकारिणी सदस्य - एकल अभियान
4. कार्यकारिणी सदस्य - नारायणी साहित्य अकादमी
5. मार्ग दर्शक (महिला काव्य मंच झारखंड ईकाई)

ब्लॉग: वीणा के सुर