रमेश गुप्त नीरद

रमेश गुप्त नीरद

रमेश गुप्त नीरद

जन्म: जुलाई, 1942, दिल्ली
शिक्षा: एम.ए. (हिन्दी), साहित्यरत्न
मानद उपाधि:

  • विद्या वाचस्पति (पीएच.डी.)

  • विद्या सागर (डी.लिट्‌)

  • विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ

सम्पति:

  • प्रकाशन व मुद्रण

  • सन्‌ 1957 से चन्नै (तमिलनाडु) में

प्रकाशित पुस्तकें:

  • नित नया अनुबंध (काव्य संग्रह)

  • मेरे गीत तुम्हारे साथी (काव्य संग्रह)

  • जब याद तुम्हें मेरी आये (काव्य संग्रह)

  • कहीं कुछ छूट गया है (काव्य संग्रह)

  • खुली खिड़कियाँ (निबंध-संग्रह)

  • चिंगारी के अंश (निबंध-संग्रह)

  • तमिल की लोक कथाएँ (कहानी संग्रह)

पुस्तकें जिनमें रचनाएँ संगृहीत हैं:
धूप के शहतीर, सातवें दशक के उभरते नवगीतकार, बुनी हुई रोशनी, पर्वत की खाई में दर्द है, तमिलनाडु की हिन्दी कविता, तमिलनाडु की समकालीन कविता आदि।
संपादित पुस्तकें:

  • धूप के शहतीर (काव्य-संग्रह)

  • कच्ची मिट्टी भाग 1 से भाग 24 (चेन्नै विद्यालय के छात्रों की मौलिक रचनाओं का संग्रह)

  • श्री कुसुमकांत जैन – व्यक्तित्व एवं जीवन संघर्ष परिचय।

संपादित पत्रिकाएँ:
अंकन, अनुभूति, अग्र संदेश, हमदम, दक्षिण राजस्थानी पोस्ट, अग्रधारा (मासिक)
अन्य:
देश की विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में समय-समय पर रचनाएँ प्रकाशित। आकाशवाणी चेन्नै से भी गीत-कविताएँ अनेकों बार प्रसारित।
विशेष: 
1980 से 1998 तक अग्रवाल विद्यालय एवं जूनियर कॉलेज, चेन्नै के संस्थापक संयुक्त सचिव पद पर रहकर उल्लेखनीय सेवायें। चेन्नै नगर की अग्रणी साहित्यिक संस्था ’अनुभूति’ एवं ’तमिलनाडु हिंदी साहित्य अकादमी’ के संस्थापक। चेन्नै महानगर की विभिन्न सामाजिक, साहित्यिक, शैक्षिक संस्थाओं से जुड़े हुए।