सुन मीठे बोल बिका है शायद
दिलबाग विर्कसुन मीठे बोल बिका है शायद
दिल छोटा-सा बच्चा है शायद।
दाद मिली है लोगों से मुझको
मैंने कुछ झूठ कहा है शायद।
हर आहट चौंका देती हमको
हम सबमें चोर छुपा है शायद।
फिर से बेचैन हुआ दिल मेरा
तूने मुझको सोचा है शायद।
कहती है आज चमक आँखों की
कोई इंसान दिखा है शायद।
दिल टूटे तो शोर नहीं होता
कोई शीशा टूटा है शायद।
बहका देता इश्क़ जिसे भी हो
'विर्क' तुझे रोग लगा है शायद।