रावण दहन की शंका
ललिता श्रीवास्तवरावण ने क़ुसूर तो बहुत बड़ा किया था
उसने सीता का हरण जो किया था
ठीक ही है जो उसे दण्ड हर साल मिलता है
मैदानों में उसका पुतला हर साल जलता है
कौन उल्लसित नहीं होता उसके नाश पर
पर एक प्रश्न है आपके लिए ख़ास कर
दुनिया में अपराध क्यों बढ़ रहा है
दुराचारी का सम्मान क्यों हो रहा है
क्यों साहस नहीं है इन्हें टोकने का
दम-ख़म नहीं है इन्हें रोकने का
क्यों इनको न सूली चढ़ाता है कोई
क्यों इनका दहन न कराता है कोई
जब तक न इस सच का आभास होगा
पुतले जलेंगे पर अपराध होगा