परख
डॉ. पूनम तूषामड़सभ्यताएँ मिटती नहीं
मिटाई जाती हैं।
इतिहास मिटता नहीं
मिटाता जाता है।
जनता डरती नहीं डराई
जाती है।
गोली चलती नहीं चलाई
जाती है।
जागो!और पहचानो
वो कौन है?
जो सब कुछ जानकर
भी मौन है।
सभ्यताएँ मिटती नहीं
मिटाई जाती हैं।
इतिहास मिटता नहीं
मिटाता जाता है।
जनता डरती नहीं डराई
जाती है।
गोली चलती नहीं चलाई
जाती है।
जागो!और पहचानो
वो कौन है?
जो सब कुछ जानकर
भी मौन है।