जैसा बोएँ वैसा प्यारे पाएँगे
नीरज गोस्वामीजैसा बोएँ वैसा प्यारे पाएँगे
सोचा जिसने धोखा सारे खाएँगे
दिल की बातें मत ज़ुबाँ पे लाइए
आप क्या दुनिया से न्यारे जाएँगे
तू नहीं सुनता ये है तेरी रज़ा
हम तुझे लेकिन पुकारे जाएँगे
बर्फ़ हूँ ये सोच कर ना छेड़िये
आप अब भी कुछ शरारे पाएँगे
चाहता तू चाँदनी हरदम रहे
फिर कहाँ बतला सितारे जाएँगे
वो असर होगा कि देखेगा जहाँ
प्यार के जब गीत सारे गाएँगे
बीच में हो और पानी तेज़ हो
हौसला रखना किनारे आएँगे
देख बैसाखी पे जो नीरज खड़े
कह रहे देने सहारे आएँगे