हस्ताक्षर
डॉ. सुरेन्द्र वर्माव्यक्ति से बड़ा
हस्ताक्षर उसका
छोटा ही सही
अनन्यमना
अपने में अकेला
ये हस्ताक्षर
रचा बचेगा
हस्ताक्षर का क्या है
मिट जाएगा
चाहा छिपाना
न माना, हस्ताक्षर
बोल ही पड़ा
बच न सके
हस्ताक्षरों ने करी
भाव चुगली
चुरा के करे
चाँद के हस्ताक्षर
चोट्टी चाँदनी
सूरज उगा
पत्रों पे हस्ताक्षर
हुए अंकित
कविता चित्र
जो भी रचे हाथ
वो हस्ताक्षर