देश की हालत 

15-12-2022

देश की हालत 

अपूर्व कुशवाहा (अंक: 219, दिसंबर द्वितीय, 2022 में प्रकाशित)

बँट रहा है देश आज मज़हब के नाम पर, 
बिक रही हैं जानें लोगों की कौड़ियों के दाम पर!! 
 
आज इस देश में लोगों का ख़ून पानी हो गया है, 
देश में हर नागरिक हिन्दू और मुसलमान हो गया है!! 
 
सत्ता के लिए भ्रष्ट नेता देश को दंगों की आग में झोंकते हैं, 
आज भारत में कुत्ते कम भ्रष्ट नेता ज़्यादा भौंकते हैं!! 
 
कुर्सी के लिए माँ बेटे तक को मरवा देती है, 
सत्ता की मदहोशी कैसे कैसे पाप करवा देती है!! 
 
चोरी डकैती व ख़ून के लिए पुलिस का इस्तेमाल हो रहा है, 
देश को लूट कर भ्रष्ट नेता मालामाल हो रहा है!! 
 
चुनाव आजकल बैलेट से नहीं बुलेट से जीते जाते हैं, 
चौराहे पर आजकल शरीफ़ लोग लफ़ंगों द्वारा पीटे जाते हैं!! 
 
क़ानून की क़ीमत देश में शो पीस से ज़्यादा नहीं है, 
क़ानून के नुमाइंदों का क़ानून निभाने का इरादा नहीं है!! 
 
शराफ़त की मय्यत हर मंज़र पर दिखती है, 
मौत शरीफ़ों का नाम हर ख़ंजर पर लिखती है!! 

ज़िन्दगी मौत के दर से तिल-तिल कर मर रही है, 
एक अजीब सी दहशत लोगों के दिल में घर कर रही है!! 
 
आज देश के रक्षक ही देश के भक्षक बन गए हैं, 
अपराध ख़त्म करने वाले ही अपराधी के संरक्षक बन गए हैं!! 
 
इस तरह तो शहीदों की शहादत बेकार हो जाएगी, 
जनता फिर से बहुत बेबस और लाचार हो जायेगी!! 
 
इसीलिए देश के नौजवानों तुम्हें आगे आना होगा, 
देश के भटके हुए लोगों को समझाना होगा!! 
 
गर देश के सुनहरे दौर को फिर से पाना है, 
तो पहले भ्रष्ट नेताओं को सही रास्ते पर लाना है!! 
 
क्यूँकि यह भ्रष्ट नेता ही लोगों को भटकाते हैं, 
और समाज में ग़लत चलन को आगे बढ़ाते हैं!! 

0 टिप्पणियाँ

कृपया टिप्पणी दें