नया रिश्ता
दीपक पाटीदारजो हवा ने पानी को छूआ
फिर पानी ने हवा को छूआ
दोनों के बीच एक नया रिश्ता बना
(अभी नाम देना बाक़ी है!)
वाष्प बनकर पानी
हवा के साथ चल दिया।
जो हवा ने पानी को छूआ
फिर पानी ने हवा को छूआ
दोनों के बीच एक नया रिश्ता बना
(अभी नाम देना बाक़ी है!)
वाष्प बनकर पानी
हवा के साथ चल दिया।