एकान्त चाहिये मुझे अकेलापन नहीं क्योंकि एकान्त है मन की एकाग्रता और मन का उचटना सब से कटना है अकेलापन। एकान्त रचता है पर अकेला चना भाड़ नहीं भूँजता।