अँगूठे और तर्जनी के प्रेम में, मध्यमा, अनामिका और कनिष्ठा ने, कितना त्याग और समर्पण दिया है कभी लेखनी से पूछकर देखिये, अर्जुन के कमान से सहेजिये, या फिर - श्रद्धा की वेदी पर बलिदानी, अँगूठे के विरह -कातर, उस तर्जनी में हेरिये।