15-05-2021

वो भी तो कश्मीर ही था

इसी भूमि में पदचिह्न हैं मम्मट, कल्लट और बिलहन के / राज तरंगिनी रची यही थी, उदित पंडित कलहन ने, शारदा मठ का पांडित्य भी इन्हीं हवाओं में था बसा / नीलम घाटी की फ़िज़ा में शैव सिद्धान्त था रचा।