
डॉ. विनय मिश्र
अलवर, राजस्थान
जन्मतिथि: अगस्त 1966,देवरिया, उ.प्र.
शिक्षा: काशी हिंदू विश्वविद्यालय से हिंदी में पीएच.डी. वर्ष 1996
प्रकाशन:
कृतियांँ:
-
ग़ज़ल संग्रह "सच और है" सन् 2012 में प्रकाशित
-
गीत संग्रह "समय की आंँख नम है" सन् 2014 में प्रकाशित
-
कविता संग्रह "सूरज तो अपने हिसाब से निकलेगा" सन् 2015 में प्रकाशित
-
दोहा संग्रह "इस पानी में आग" सन् 2016 में प्रकाशित
-
ग़ज़ल संग्रह "तेरा होना तलाशूँ" सन् 2018 में प्रकाशित
-
ग़ज़ल संग्रह "लोग ज़िंदा हैं" सन् 2021 में प्रकाशित
संपादन:
-
"दीप ज्योति" पत्रिका के तुलसी विशेषांक का सन् 2001 में संपादन
-
"शब्द कारखाना" पत्रिका के समकालीन हिंदी ग़ज़ल पर केंद्रित विशेषांक का सन् 2007 में संपादन
-
"पलाश वन दहकते हैं" स्वर्गीय मंजु अरुण की रचनावली का सन् 2009 में संपादन
-
"जहीर कुरेशी : महत्व और मूल्यांकन" का सन् 2010 में संपादन
-
"अलाव" पत्रिका के समकालीन हिंदी ग़ज़ल की आलोचना पर केंद्रित विशेषांक का सन् 2015 में विशेष संपादन सहयोग
-
"बनारस की हिंदी ग़ज़ल" का सन् 2018 में संपादन
-
वरिष्ठ कवि आलोचक नचिकेता द्वारा संपादित 8 प्रतिनिधि ग़ज़लकारों के महत्वपूर्ण संग्रह "अष्टछाप" में शामिल
-
वरिष्ठ जनधर्मी आलोचक डॉ. जीवन सिंह की पुस्तक "आलोचना की यात्रा में हिंदी ग़ज़ल" में प्रतिनिधि ग़ज़लकार के रूप में शामिल
-
लब्धप्रतिष्ठ आलोचक डॉ जीवन सिंह द्वारा दस प्रतिनिधि ग़ज़लकारों की संपादित पुस्तक—"दसखत "में शामिल
-
"संवदिया" समकालीन ग़ज़ल के युवा लेखन केंद्रित विशेषांक का सन् अगस्त 2021 में संपादन
संप्रति: राजकीय कला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अलवर (राजस्थान) के हिंदी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत