विमलेश कान्ति वर्मा
लब्धप्रतिष्ठ भाषावैज्ञानिक, वरिष्ठ प्रवासी साहित्य विशेषज्ञ
जन्म: १९४३, इलाहाबाद,
शिक्षा: एम. ए., डी.फिल. हिंदी (इलाहाबाद) व एम.लिट. भाषाविज्ञान (दिल्ली), ऍफ़.आर.ए.एस. (लंदन)
अनुभव:
-
दिल्ली विश्वविद्यालय में पाँच दशकों से भी अधिक समय तक स्नातक तथा स्नातकोत्तर स्तर पर हिन्दी भाषा और साहित्य का अध्यापन (१९६५-२०१६ )
-
टोरोंटो विश्वविद्यालय, कनाडा (१९७३-१९७४)
-
सोफिया विश्वविद्यालय, सोफिया, बल्गारिया (१९७४-१९७८)
-
यूनीवर्सिटी ऑफ़ साउथपेसिफिक, सूवा, फीजी (१९८५-१९८६
-
डॉ. विमलेश कान्ति वर्मा ने फीजी के सूवा स्थित भारतीय उच्चायोग में प्रथम सचिव (हिंदी और शिक्षा)के पद पर रहकर (१९८४-१९८७ ) हिंदी की सेवा भी की है।
-
विशेषज्ञता एवं रुचि: अनुप्रयुक्त भाषा विज्ञान, पाठालोचन, विदेशी भाषा के रूप में हिन्दी शिक्षण, कोश रचना, अनुवाद, एवं प्रवासी भारतीय साहित्य
प्रकाशन: २८ पुस्तकें हिन्दी भाषा और साहित्य के विविध पक्षों पर।
-
डॉ. विमलेश कान्ति वर्मा द्वारा प्रवासी भारतीय हिंदी साहित्य पर लिखित/संपादित और प्रकाशित शोध परक ग्रंथों के विवरण
-
फीजी में हिंदी -स्वरूप और विकास, पीताम्बरा प्रकाशन, नई दिल्ली २०००, पृष्ठ २१० (अब अप्राप्य )
-
फीजी का सृजनात्मक हिंदी साहित्य, साहित्य अकादमी, साहित्य अकादमी, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार, रबीन्द्र भवन, नई दिल्ली २०१२, पुनर्मुद्रण २०१८ पृष्ठ २९६
-
मारीशस का सृजनात्मक हिंदी साहित्य, साहित्य अकादमी, साहित्य अकादमी, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार, रबीन्द्र भवन, नई दिल्ली २०१६ , पुनर्मुद्रण २०१८ पृष्ठ ४७५
-
सूरीनाम का सृजनात्मक हिंदी साहित्य, राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली व महात्मा गांधी अंतर राष्ट्रीय हिंदी विश्व विद्यालय, वर्धा २०१५ पृष्ठ २९६
-
प्रवासी भारतीय हिंदी साहित्य, भारतीय ज्ञानपीठ, नई दिल्ली व महात्मा गांधी अंतर राष्ट्रीय हिंदी विश्व विद्यालय, वर्धा २०१६ पृष्ठ ५११
सम्मान:
-
भारत के राष्ट्रपति द्वारा प्रदत्त महापंडित राहुल सांकृत्यायन सम्मान से सम्मानित(2012)
-
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदत्त हिन्दी विदेश प्रसार सम्मान से सम्मानित (2013).