
सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक'
26 जनवरी 1980 से ओस्लो, नार्वे में निवास।
जन्म: लखनऊ, उत्तर प्रदेश
विधाएँ: उपन्यास, कहानी, नाटक, कविता, यात्रा वृत्तान्त और संमरण
मुख्य कृतियाँ:
नार्वेजीय में:
फ्रेममेदे फ्यूगलेर (विदेशी पक्षी)1999, मेल्लुम लिनयेने (पंक्तियों के बीच) 2005 और ब्रूबिग्गेरेन (सेतु निर्माता) 2017
हिन्दी में:
कविता: वेदना, रजनी, नंगे पांवों का सुख, दीप जो बुझते नहीं, संभावनाओं की तलाश, नीड़ में फंसे पंख, गंगा से ग्लोमा तक, प्रवासी का अन्तर्द्वन्द्व और लॉकडाउन
उपन्यास: गंगा को वापसी।
कहानी संग्रह: तारूफी ख़त, अर्धरात्रि का सूरज, प्रवासी कहानियाँ, सरहदों के पार।
नाटक: जागते रहो, अंतर्मन के रास्ते, अंततः, वापसी, डेथ ट्रैप, आधी रात का सूरज।
अनुवाद: नार्वे की लोककथायें, एच सी अन्दर्ससन (डेनमार्क) की कथायें, हेनरिक इबसेन कृत नार्वेजीय नाटक: गुड़िया का घर, मुर्गाबी, समुद्र की औरत, क्नुत हामसुन कृत उपन्यास: 'भूख' का हिंदी में मूल भाषा से अनुवाद किया।
बंगला में:
दीप जले (कविता)
उर्दू में:
तारूफ़ी ख़त (कहानी)
यात्रा वृत्तान्त: सागर पार की दुनिया
संपादन: (संकलन):
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प्रतिनिधि प्रवासी कहानियाँ, नार्वे की उर्दू कहानियाँ, स्कैंडिनेविया (नार्वे, स्वीडेन और डेनमार्क) का हिंदी काव्य और कथा साहित्य (कार्यरत), नार्वेजीय कवितायें (कार्यरत), समसामयिक प्रवासी कहानियाँ (कार्यरत), बीसवीं सदी की प्रवासी कहानियाँ (कार्यरत)।
संपादन: (पत्र-पत्रिकायें): श्रमाञ्चल, परिचय, वैश्विका, स्पाइल-दर्पण और www.speil.no
सम्प्रति: पत्रकार, आकेर्स आवेस ग्रूरुददालेन (नार्वेजीय भाषा का पत्र), ओस्लो, नार्वे: यूरोप सम्पादक, देशबंधु राष्ट्रीय दैनिक, नयी दिल्ली।
कथाओं पर लघुफिल्म: तलाश 1996, रायसेन तिल कनाडा (कनाडा की सैर) 2001, इंटरव्यू 2010, गुमराह 2016.
सम्मान:
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प्रथम ओस्लो इंटरनेशनल पोएट्री फेस्टिवल, ओस्लो, नार्वे (1985).
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नोर्डिक जर्नलिस्ट सेमिनार, ओरहूस डेनमार्क (1986)।
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अमरदीप हिन्दी साप्ताहिक और यू के हिन्दी सेंटर - 1989
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अहिंसम भारतीय, मैनचेस्टर, यू के -1991
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प्रथम यूरोपीय हिंदी सम्मेलन, मैनचेस्टर, यू के 1992
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चतुर्थ विश्व हिंदी सम्मलेन, मारीशस (1993).
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गीतांजलि बहुभाषी समुदाय, बर्मिंगम 1996
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यू के हिन्दी समिति 1998
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हिंदी संवाहक सम्मान, विश्व हिंदी समिति, न्यूयार्क, अमेरिका (1998).
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छठा विश्व हिंदी सम्मेलन, लन्दन, यू के (1999),
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विदेशों में हिंदी भाषा और साहित्य सेवा के लिए सम्मान: हिन्दी अकादमी दिल्ली (2000) यूरोपीय
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नार्वेयीय लेखक यूनियन, ओस्लो, नार्वे (2001).
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विश्व हिन्दी समिति, न्यू यार्क 2003
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भाषा संगम, न्यू यार्क, 2003
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हिन्दी यू एस ए, न्यू जर्सी - 2007
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हिंदी प्रचारक शताब्दी सम्मान, नाथद्वारा, राजस्थान (2009)
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उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान, लखनऊ द्वारा सम्मानित (2013)
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उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा 2015 में विदेशों में हिन्दी सेवा के लिए सम्मानित।
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मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी द्वारा 2015 को ‘गंगा से ग्लोमा तक’ काव्य संग्रह को भवानी प्रसाद मिश्र पुरस्कार।
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म॰ प्र॰ द्वारा 2015-2016 के लिए निर्मल वर्मा पुरस्कार हिन्दी भाषा के उन्नयन के लिए।
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उत्तर प्रदेश प्रवासी रत्न सम्मान, -2016
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यूरोपीय एडवांस मैटेरियल कांग्रेस, स्टॉकहोम, स्वीडेन -2017
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सेठ गोविंददास पुरस्कार, 2017 को रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर विश्वविद्यालय, मध्य प्रदेश द्वारा।
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विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन, मध्यप्रदेश 2018
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हिन्दी विभाग, विश्वभारती विश्वविद्यालय, शांति निकेतन, पश्चिमी बंगाल 2019
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शकुंतला मिश्रा दिव्याँग विश्वविद्यालय, लखनऊ 2019
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विश्व हिन्दी सेवा सम्मान, 2019 को अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी समिति, यू. एस. ए. द्वारा।
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लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ 2020
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मुंबई विद्यापीठ (विश्वविद्यालय) 2020