डॉ. राशि सिन्हा

डॉ.  राशि सिन्हा

डॉ. राशि सिन्हा

 

बिहार के नवादा ज़िले में जन्मी राशि सिन्हा पुणे के फर्ग्यूसन महाविद्यालय से ॲंग्रेजी में एम.ए. तथा मगध विश्वविद्यालय, बोधगया से पीएच.डी. (ॲंग्रेज़ी) हैं। बाल्यकाल से ही लेखन में रुचि होने के बावजूद वह पुस्तक लेखन के तहत पिछले पाँच वर्षों से लेखन के क्षेत्र में सक्रिय हैं। हिंदी, ॲंग्रेज़ी तथा मागधी भाषा में समान रूप से क़लम चलाने वाली डॉ. सिन्हा की इतनी छोटी अवधि में ही तीन काव्य संग्रह, दो उपन्यास, छह बाल साहित्य प्रकाशित हो चुके हैं। आख़िर टूटना क्यों, वेदना के उच्छवास, सिंधु की लहरें सुनो, गौरैया की चूँ चूँ तथा द चर्पी बर्डस, बड़गो बंदर सराही और पुरस्कृत हुईं हैं। साथ ही, अनीता देसाई पर लिखी उनकी पुस्तकें; अ स्टडी थ्रू सॉयकोलॉजिकल पर्सपेक्टिव्स वॉल्यूम-1 एवं वॉल्यूम-2 को भी पाठकों ने काफ़ी सराहा है। भारतीय भाषाओं के साथ-साथ यूरोपीय भाषाओं में भी इनकी पुस्तकें एवं रचनाऍं अनूदित हैं।

डॉ. राशि सिन्हा को उनके समृद्ध लेखन के लिए कई महत्त्वपूर्ण सम्मान भी प्राप्त हो चुके हैं, जिनमें उल्लेखनीय हैं–महादेवी वर्मा सम्मान, अमृता प्रीतम सम्मान, सुभद्रा कुमारी चौहान स्मृति सम्मान, तिलका माँझी सम्मान, काका साहेब कालेलकर सम्मान, डॉ। महाराज कृष्ण जैन स्मृति सम्मान, आचार्य शिवपूजन सहाय सम्मान आदि।