
डॉ. रामकेश्वर तिवारी
शिक्षा : व्याकरणाचार्य, पीएच.डी., योग डिप्लोमा, भोजपुरी डिप्लोमा
भाषाएँ : संस्कृत, हिन्दी, भोजपुरी
लेखन : आलेख, कविता
प्रकाशन : आलेख, कविताएँ और शोधपत्र विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित
अन्य गतिविधियाँ :
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राष्ट्रीय सेवा योजना (२००९), प्रोफ़ेशनल बासु ओपन बैडमिंटन टूरनामेंट (बीएचयू डबल क्वार्टर फाईनल २००९-२०१०),
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स्पन्दन हिन्दी काव्य पाठ (२०११),
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निशब्द प्रहार (हिन्दी दैनिक समाचार पत्र) में तीन वर्षों का "प्रूफ संशोधन" का अनुभव
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विभिन्न सेमिनारों और कार्यशालाओं में भागीदारी
संप्रति : असिस्टेंट प्रोफेसर सह व्याकरण विभागाध्यक्ष, श्री बैकुंठनाथ पवहारि संस्कृत महाविद्यालय, देवरिया (डिग्री कॉलेज)
सम्मान :
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बी एच यू प्राइज़ (का. हि. वि. वि. - 2010),
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महामनस्संस्कृतपुरस्कारः (का. हि. वि. वि. 2010),
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मोतिराक्जी तुलसीराम पालिवाल प्राइज (का. हि. वि. वि. 2012),
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बी एच यू गोल्डमेडल (का. हि. वि. वि. 2012),
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युवप्रतिभासम्मान (अखिलभारतीयविद्वत्परिषद् 2012),
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संस्कृत वैज्ञानिक सम्मान कुप्पुस्वामी शास्त्री रिसर्च इंस्टीट्यूट चेन्नई 2014)
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संस्कृत सेवा सम्मान- वैदिक एजूकेशनल रिसर्च सोसाइटी- 2017
लेखक की कृतियाँ
- शोध निबन्ध
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- आर्षकालीन राष्ट्रीयता
- धर्म का मौलिक स्वरूप
- प्रमुख उपनिषदों में मानवीय मूल्यों की चर्चा
- भवभूति कालीन समाज में यज्ञ-विधान
- भारतीय संस्कृति के मूल तत्व
- भारतीय संस्कृति में लोक परंपरा "दोहद" का महत्व
- भाव सौन्दर्य: कविकुलगुरु कालिदास के अनुसार
- महाभारत के शान्ति पर्व में 'राजधर्म' का स्वरूप
- यज्ञशब्दविवेचनपूर्वक पंचमहायज्ञों की संक्षिप्त मीमांसा
- वैदिक साहित्य में तीर्थ भावना का उद्भव एवं विकास
- वैदिकी सभ्यता में आवास का स्वरूप
- संस्कृत भाषा का वैशिष्ट्य
- संस्कृत साहित्य में रसावगाहन
- सामाजिक आलेख
- कविता
- साहित्यिक आलेख
- विडियो
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- ऑडियो
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