पीयूष गोयल ‘दर्पण’ 

पीयूष गोयल ‘दर्पण’ 

पीयूष गोयल ‘दर्पण’ 

 

छवि के लेखक, पीयूष गोयल 17 पुस्तकें दर्पण छवि में लिख चुके हैं, सबसे पहली पुस्तक (ग्रन्थ) “श्री भगवद्गीता”के सभी 18 अध्याय 700 श्लोक हिंदी व् इंग्लिश दोनों भाषाओं में लिखे हैं इसके अलावा पीयूष ने हरिवंश राय बच्चन जी द्वारा लिखित पुस्तक “मधुशाला“को सूई से लिखा हैं, और ये दुनिया की पहली पुस्तक है जो सूई से व् दर्पण छवि में लिखी गई हैं। इसके बाद रबीन्द्रनाथ टैगोर जी की पुस्तक “गीतांजलि” (जिसके लिए रबीन्द्रनाथ टैगोर जी को सन्‌ 1913 में साहित्य का नोबेल पुरस्कार मिला था) को मेहँदी कोन से लिखा है। पीयूष ने विष्णु शर्मा जी की पुस्तक “पंचतंत्र“को कार्बन पेपर से लिखा। अटल जी की पुस्तक “मेरी इक्यावन कवितायें” को मैजिक शीट पर लकड़ी के पैन से लिखा और अपनी लिखित पुस्तक “पीयूष वाणी” को फ़ैब्रिक कोन लाइनर से लिखा है। सन्‌ 2003 से 2022 तक 17 पुस्तकें लिख चुके हैं।