
अनीता सक्सेना
भोपाल, (मप्र)
जन्म: मध्यप्रदेश के ग्वालियर में हुआ।
शिक्षा: चित्रकला में एम.ए.
प्रकाशन:
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लेख, कहानियाँ और कविताएँ कई पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित
पुस्तकें:
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स्वांत: सुखाय (कविता संग्रह)
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भोर-विभोर (कविता संग्रह)
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माँडणा, मालवा की एक लोककला (इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय, भोपाल ने प्रकाशित)
सम्मान एवं पुरस्कार:
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चित्रकला के क्षेत्र में आपको कई पुरस्कार मिले। कालिदास अकादमी द्वारा कई चित्रों को पुरस्कृत किया गया है।
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प्रथम कविता संग्रह “स्वांत: सुखाय“को साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद द्वारा सन 2009 का दुष्यंत कुमार स्मृति पुरस्कार
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द्वितीय कविता संग्रह “भोर-विभोर“को वर्ष 2016 का साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद का अखिल भारतीय पं. भवानी प्रसाद मिश्र पुरस्कार
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“माँडणा, मालवा की एक लोककला” मध्यप्रदेश के राज्यपाल महामहिम लालजी टंडन द्वारा पुरस्कृत
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छत्तीसगढ़ राज्य शैक्षणिक अनुसन्धान और प्रशिक्षण परिषद् द्वारा आपका एक यात्रा वृत्तांत ‘ एशिया का सबसे सफा गाँव मेघालय का मायलिनोंग ‘ को कक्षा नवमी की हिंदी की पाठ्य पुस्तक में पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है।
अध्यापन: विभिन्न स्थानों पर केन्द्रीय विद्यालय तथा डी ए वी पब्लिक स्कूल में शिक्षण।
कभी ख़ुशी की आशा
कभी ग़म की निराशा
कभी हक़ीक़त की धूप
कभी सपनों का साया
कुछ खो कर, कुछ पाने की आशा . . .
यही है ज़िन्दगी की सच्ची परिभाषा . . .!