जीवन के यथार्थ तक पहुँचता है कवि खेमकरण ‘सोमन’ का कविता संग्रह

01-03-2023

जीवन के यथार्थ तक पहुँचता है कवि खेमकरण ‘सोमन’ का कविता संग्रह

जगदीश चंद्र (अंक: 224, मार्च प्रथम, 2023 में प्रकाशित)

कविता संग्रह: नई दिल्ली दो सौ बत्तीस किलोमीटर
कवि: खेमकरण ‘सोमन’
प्रकाशक: समय साक्ष्य, देहरादून (उत्तराखंड) 
प्रकाशन वर्ष: 2022
मूल्य: ₹165.00
पृष्ठ: 132

अमेज़ॉन  से प्राप्त करें लिंक

युवा कवि खेमकरण ‘सोमन’ की हाल में प्रकाशित कविता संग्रह ‘नई दिल्ली दो सौ बत्तीस किलोमीटर’ देवभूमि उत्तराखंड के लोक जीवन और यहाँ की संस्कृति का जीवंत परिचय कराती है। युवा कवि की रचनाएँ आज की युवा पीढ़ी के मन मस्तिष्क और चेतना पर गहरी छाप छोड़ती हैं। ‘सोमन’ की कविताएँ अपनी अभिव्यक्ति के दायरे में जीवन की सहज अनुभूतियों और संवेदनाओं को प्रकट करती हैं और इनमें मनुष्य के मन के है विविध रंगों का समावेश हुआ है। 

कविता संग्रह में रचनाकार के सरोकारों का दायरा विस्तृत है और वैयक्तिक भावों के अलावा कवि के सामाजिक सरोकार भी बेहद पैनी और सधी भाव भंगिमा में इन कविताओं में समाहित हैं। जीवन से सच्चे लगाव को प्रकट करती इन कविताओं में मानव मन के सरल निश्छल भावों की अभिव्यक्ति समाई है। कविताओं में चिंतन उसके अर्थ को गहराई प्रदान करता है और इसके घेरे में ही कवि कविता में एक संवाद को क़ायम करता सामने आता है। 

इस काव्य संग्रह की कविताओं के फलक पर उजागर होने वाली जीवनानुभूतियों में संसार की सुंदरता के साथ समाज में व्याप्त विषमता और इसकी अनेकानेक विसंगतियों का चित्रण भी समान रूप से अंकित हुआ है। इसलिए काव्य चेतना की दृष्टि से इन कविताओं में व्यवस्था के प्रति चोट भी है, और अपने रचना विन्यास में कवि ने यथार्थ के अनेक लक्षित प्रसंगों को कथ्य के रूप में उठाया है। मानवीय धरातल पर कवि ने वर्तमान ताने-बाने में शोषण और दमन के अनेक प्रसंगों को उजागर किया है और वह हर जगह संघर्षरत मनुष्य के साथ प्रतिबद्धता से खड़ा दिखाई देता है। कवि अपनी कल्पना के क्षितिज पर इस प्रकार जीवन यथार्थ के दोनों सकारात्मक और नकारात्मक पक्ष पर चिंतन करता अपनी रचना यात्रा में सार्थक दिशा की ओर प्रवृत्त होता सामने आता है। समय और समाज की विसंगतियों की पहचान इस संग्रह की तमाम कविताओं का एक ख़ास गुण है और इसे काफ़ी सरलता जीवंतता से इन कविताओं में दर्ज देखा जा सकता है। 

कवि ‘सोमन’ का कविता संग्रह सामाजिक विसंगतियों पर बिना लाग-लपेट के सीधी-सीधी बात भी करता है। 130 पेज के इस कविता संग्रह में अधिकतर कविताएँ आकार में छोटी हैं, जिन्हें पढ़ने में कोई दुविधा नहीं होती। समय साक्ष्य देहरादून (उत्तराखंड) से प्रकाशित इस कविता संग्रह में जीवन के यथार्थ को छूने की कोशिश की गई है। ‘सोमन’ ने अनेक सामाजिक बुराइयों व कुरीतियों पर भी कटाक्ष किया है। संग्रह की सभी कविताएँ विविध भाव व्यक्त करती हैं। बहरहाल, भावनाओं के अलावा काव्य सृजन के मामले में भी कविताएँ उत्कृष्ट हैं। कविता की भाषा में प्रवाह है, एक लय है। कवि ने कम से कम शब्दों में प्रवाहपूर्ण सारगर्भित बात कही है। कविताओं में शिल्प सौंदर्य है। कविता में चिंतन और विचारों को सहज और सरल तरीक़े से पेश किया गया है जिससे कविता का अर्थ पाठक को सहजता से समझ आ जाता है। 

जगदीश चंद्र, 
उत्तरांचल दर्पण पब्लिकेशंस, 
श्याम टॉकीज रोड, रुद्रपुर, जिला: ऊधम सिंह नगर, उत्तराखंड-263153
मोबाइल: 9837362005

0 टिप्पणियाँ

कृपया टिप्पणी दें