दस्तावेज़ क़ीमती है
संजीव कुमार बब्बरदस्तावेज़ क़ीमती है
इस बात को तुम जानो
चिल्ला रहा सच देखो
भीड़ भरी दुनिया में
सच को सच नहीं माने
ये दुनिया वाले देखो
दस्तावेज़ क़ीमती है
इस बात को तुम मानो
दस्तावेज़ बिन सच कहाँ
सच तो दस्तावेज़ है
ज़रूरत है ज़िन्दगी को
मुर्दे को दस्तावेज़ की
दस्तावेज़ क़ीमती है
इस बात को तुम जानो