आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (एआई) और विकसित होती आधुनिक शिक्षा 

15-08-2025

आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (एआई) और विकसित होती आधुनिक शिक्षा 

प्रो. वीना ठाकुर (अंक: 282, अगस्त प्रथम, 2025 में प्रकाशित)

 

आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (एआई) ने न केवल तकनीकी क्षेत्र में बल्कि आधुनिक शिक्षा के क्षेत्र में भी अभूतपूर्व परिवर्तन किए हैं। जैसे-जैसे तकनीकी प्रगति होती जा रही है, वैसे-वैसे एआई शिक्षा में नए आयाम जोड़ता जा रहा है। एआई का उपयोग आज पारंपरिक शिक्षण विधियों से हटकर, छात्रों की सीखने की प्रक्रिया को और अधिक सुलभ, प्रभावी और व्यक्तिगत बनाने में सहायक सिद्ध हो रहा है। अब यह न केवल छात्रों के लिए एक नई दिशा के द्वार खोल रहा है, बल्कि शिक्षकों के लिए भी कार्यक्षमता और दक्षता बढ़ाने का एक साधन बन चुका है। 

अनादिकाल से ही शिक्षा का उद्देश्य छात्रों को पाठ्यक्रम पढ़ाना भर नहीं रहा है, बल्कि उन्हें जीवन के विभिन्न पहलुओं के लिए तैयार करना भी है। इसके लिए ज़रूरी है कि शिक्षा प्रणाली लचीली, समावेशी और छात्रों के व्यक्तिगत स्तर पर ध्यान देने वाली हो। एआई की मदद से इस लक्ष्य को हासिल करना अब और भी सम्भव हो गया है। कालांतर में शिक्षा जगत में एआई आधारित उपकरण और सिस्टम छात्रों के सीखने के अनुभव को बेहतर बना सकते हैं और उन्हें एक नई, प्रभावी और रोचक दिशा में मार्गदर्शन कर सकते हैं, ये सम्भव ही नहींं, प्रत्यक्ष दिख रहा है। 

आज एआई का सबसे बड़ा योगदान यह है कि यह व्यक्तिगत शिक्षण को सक्षम बनाता है। सर्वमान्य शैक्षिक नियम है कि हर छात्र का सीखने का तरीक़ा और गति अलग होती है, और एआई इसी विविधता को गहरे से समझकर छात्रों के लिए अनुकूलित शैक्षिक वातावरण निर्मित करने में सहायक है। 

उदाहरण के लिए, एआई का उपयोग छात्रों की ज़रूरतों के आधार पर अनुकूलित पाठ्यक्रम, असाइनमेंट और परीक्षा प्रदान करने में किया जा सकता है। यही नहींं, एआई-आधारित टूल्स छात्रों की क्षमताओं और कमज़ोरियों का विश्लेषण करते हुए, उन्हें उनके कमज़ोर क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने के लिए सुझाव देते हैं। इस प्रकार, एआई प्रत्येक छात्र के लिए एक व्यक्तिगत शिक्षण अनुभव बना सकता है, जो उसकी आवश्यकताओं के अनुरूप हो। 

इसके अलावा, एआई के द्वारा छात्रों को स्वचालित ट्यूटरिंग की सुविधा मिलती है। कई एआई प्लैटफ़ॉर्म छात्रों को 24/7 सहायता प्रदान करते हैं, जिससे उन्हें अपनी किसी भी शैक्षिक शंका का समाधान तुरंत मिल जाता है। एआई-चालित चैटबोट्स छात्रों के सवालों का उत्तर देने, पाठ्यक्रम से संबंधित सामग्री समझाने और उनकी प्रगति पर नज़र रखने का काम करते हैं। इस तरह, विद्यार्थियों को किसी भी समय मार्गदर्शन प्राप्त होता है, जिससे उनके सीखने की प्रक्रिया में निरंतरता गतिशीलता बनी रहती है। 

एआई की मदद से वर्तमान शिक्षा के मूल्यांकन प्रक्रिया में भी बदलाव आया है। पारंपरिक तरीक़े से परीक्षा लेने और उसे मैन्युअली ग्रेड करने की तुलना में एआई-आधारित प्रणाली बहुत तेज़ी और सटीक रूप से मूल्यांकन कर सकती है। एआई का उपयोग काग़ज़ी उत्तर पुस्तिकाओं के बजाय डिजिटल परीक्षा पत्रों का मूल्यांकन करने में किया जा सकता है। इससे न केवल समय की बचत होती है, अपितु छात्रों की प्रगति को भी आसानी से ट्रैक किया जा सकता है। 

एआई छात्रों के उत्तरों का स्वचालित मूल्यांकन करता है, और उनके प्रदर्शन के बारे में विस्तृत रिपोर्ट तैयार करता है जो शिक्षकों को छात्रों की सटीक प्रगति समझने में मदद करती है। शिक्षकों के लिए एआई शिक्षा में एक सहायक भूमिका निभाता है। शिक्षकों के पास विद्यार्थियों के व्यक्तिगत विकास की दिशा में ध्यान देने के लिए बहुत सीमित समय होता है, क्योंकि उन्हें प्रशासनिक कार्यों और अन्य ज़िम्मेदारियों का भी सामना करना पड़ता है। एआई का उपयोग शिक्षकों को इन कार्यों से मुक्त कर सकता है। उदाहरण के लिए, छात्र की उपस्थिति, ग्रेडिंग और रिपोर्ट जनरेशन जैसी प्रक्रिया को एआई द्वारा स्वचालित किया जा सकता है, जिससे शिक्षक अपना क़ीमती समय छात्रों के साथ संवाद और व्यक्तिगत मार्गदर्शन देने में व्यतीत कर सकते हैं। 

यही नहीं, आज स्मार्ट क्लासरूम्स का विचार भी एआई की मदद से साकार हो रहा है। एआई-आधारित तकनीकों का उपयोग क्लासरूम के वातावरण को अनुकूलित करने में किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, क्लासरूम में शोर, तापमान और अन्य कारकों को नियंत्रित करने के लिए एआई का इस्तेमाल किया जा सकता है, ताकि छात्रों को एक आरामदायक और ध्यान केंद्रित वातावरण मिल सके। इसके अलावा, वीडियो, वर्चुअल रियलिटी (वीआर) और ऑगमेंटेड रियलिटी (एआर) जैसी तकनीकों का उपयोग करके शिक्षा को और अधिक आकर्षक और इंटरएक्टिव बनाया जा सकता है। एआई इन सभी तकनीकों का सही तरीक़े से उपयोग कर, छात्रों को एक गहन, मोहक और अनुभवात्मक शिक्षण अनुभव प्रदान करता है। 

एआई का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह शिक्षा को और अधिक समावेशी बनाता है। विशेष रूप से विकलांग छात्रों के लिए एआई आधारित तकनीकें अत्यधिक सहायक साबित हो सकती हैं। 

यथा, दृष्टिहीन छात्रों के लिए एआई-आधारित टेक्स्ट-टू-स्पीच सॉफ़्टवेयर उपलब्ध हैं जो पाठ्य सामग्री को आवाज़ में बदल देते हैं। इसी तरह, सुनने में कठिनाई वाले छात्रों के लिए स्पीच-टू-टेक्स्ट सॉफ़्टवेयर और साइन लैंग्वेज इंटरफ़ेस भी उपलब्ध हैं। एआई इन तकनीकों के माध्यम से शिक्षा को हर छात्र के लिए सुलभ और आसान बना सकता है। 

उम्मीद ही नहीं, विश्वास है कि आने वाले समय में एआई शिक्षा के क्षेत्र में और भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और यह छात्रों को कौशल विकास के लिए तैयार करने का और भी प्रभावी तरीक़ा सिद्ध होगा। 

आज जैसे-जैसे कार्य स्थल पर तकनीकी क्षमताओं की माँग बढ़ी है, इसे देखते हुए एआई का इस्तेमाल छात्रों को इन कौशलों में दक्ष बनाने के लिए किया जा सकता है। एआई के माध्यम से छात्रों को उभरते हुए क्षेत्रों, जैसे डेटा एनालिटिक्स, मशीन लर्निंग, आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस, और रोबोटिक्स के बारे में ज्ञान दिया जा सकता है, जो भविष्य में उनके करियर के लिए सहायक साबित होगा। 

हालाँकि, एआई के उपयोग के साथ कुछ चुनौतियाँ भी जुड़ी हैं। एक बड़ी चुनौती यह है कि एआई के माध्यम से शिक्षा का लाभ केवल उन छात्रों तक सीमित हो सकता है, जो तकनीकी रूप से सक्षम हैं, जिनके पास उच्च गुणवत्ता वाली तकनीकी सुविधाएँ हैं। ग्रामीण क्षेत्रों और विकासशील देशों में जहाँ इंटरनेट और स्मार्टफोन की पहुँच सीमित है, वहाँ एआई आधारित शिक्षा का प्रभाव कम हो सकता है। एआई द्वारा छात्रों की निगरानी और डेटा संग्रहण से गोपनीयता के मुद्दे भी उत्पन्न हो सकते हैं। छात्रों के व्यक्तिगत डेटा का सुरक्षित और उचित तरीक़े से उपयोग करना ज़रूरी है। ऐसे में एआई को केवल सहायक उपकरण के रूप में देखना होगा, न कि शिक्षक के रूप में। शिक्षक की भूमिका हमेशा महत्त्वपूर्ण रही है और रहेगी भी, क्योंकि एआई के पास मानवीय समझ और भावनाओं की कमी है। एक अच्छा शिक्षक न केवल पाठ्य सामग्री सिखाता है, बल्कि छात्रों को मानसिक और भावनात्मक रूप से भी विकसित करता है और एआई केवल एक साधन है जो इस प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी बना सकता है, वह मानव शिक्षक की भूमिका में कोई प्रतिस्थापन नहीं है। 

वर्तमान में आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बड़ा बदलाव लाया है। यह छात्रों को व्यक्तिगत रूप से अनुकूलित शिक्षा, 24/7 सहायता, स्मार्ट क्लासरूम्स, और त्वरित मूल्यांकन प्रदान करता है, जो उनकी सीखने की प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी और आकर्षक बनाता है। अब, एआई का सही उपयोग और संतुलित दृष्टिकोण अपनाना ज़रूरी है ताकि इसके माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव आए और समाज के हर वर्ग तक इसका रचनात्मक लाभ पहुँच सके। 

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