एकदिवसीय राष्ट्रीय शिक्षक उन्नयन कार्यशाला संपन्न

30 Jan, 2020
एकदिवसीय राष्ट्रीय शिक्षक उन्नयन कार्यशाला संपन्न

एकदिवसीय राष्ट्रीय शिक्षक उन्नयन कार्यशाला संपन्न

बैंगलोर, 29 जनवरी (मीडिया विज्ञप्ति)।

बिशप कॉटन वीमेन्स क्रिश्चियन कॉलेज की ओर से एकदिवसीय राष्ट्रीय शिक्षक उन्नयन कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न महाविद्यालयों के लगभग 75 हिंदी शिक्षक-शिक्षिकाओंऔर छात्राओं ने प्रतिभागिता निभाई। अवसर पर बेंगलुरु केंद्रीय विश्वविद्यालय एवं बेंगलुर विश्वविद्यालय के बी.कॉम. द्बितीय सेमेस्टर की पाठ्यपुस्तक 'काव्य मधुवन' एवं 'काव्य निर्झर' की कविताओं व उनके कवियों पर विशेषज्ञों के साथ चर्चा की गई। 

कार्यशाला का उद्घाटन मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय, हैदराबाद के परामर्शी प्रो.ऋषभदेव शर्मा ने बतौर मुख्य किया। उन्होंने दोनों कार्यसत्रों की अध्यक्षता भी की। 

मुख्य अतिथि प्रो. ऋषभदेव शर्मा ने सभी आमंत्रित जनों के बारे में अपने स्नेह को प्रदर्शित करते हुए सभी को शुभकामनाएँ दीं व सभी प्रतिभागियों को कार्यक्रम के विषय पर वार्ता के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कविता की ताक़त को सभी भिन्नताओं व कुंठाओं के तालों को खोलने की चाबी बताया व इसे व्यक्तित्व के विकास की संभावनाओं का हिस्सा बताया। हिंदी कविता के शिक्षण के क्षेत्र में इस प्रकार के कार्यक्रमों से छात्रों व अध्यापकों के मार्गदर्शन के लिए मुख्य अतिथि ने ऐसे कार्यक्रमों के बार-बार होने पर बल दिया । 

बिशप कॉटन वीमेन्स क्रिश्चियन कॉलेज की प्रधानाचार्या प्रोफ़ेसर एस्थर प्रसन्नकुमार व हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. विनय कुमार यादव ने भी कविता-शिक्षण की आवश्यकता और पेचीदगियों पर सूक्ष्म चर्चा की।

दो कार्यसत्रों के दौरान डॉ. रेणु शुक्ला, डॉ. अरविंद कुमार, डॉ. कोयल बिस्वास, डॉ. ज्ञान चंद मर्मज्ञ, डॉ. राजेश्वरी वीएम , डॉ. जी नीरजा डॉ. एम. गीताश्री ने बतौर विषय विशेषज्ञ  निर्धारित कविताओं की बारीक़ियों पर विस्तार से चर्चा की।

प्रथम सत्र में  हरिवंशराय बच्चन  की कविता - जुगनू, जगदीश गुप्त की कविता - सच हम नहीं, सच तुम नहीं, नागार्जुन की कविता - कालिदास सच सच बतलाना, अटल बिहारी वाजपेयी की कविता - मन का संतोष और जयशंकर प्रसाद की कविता - अशोक की चिंता पर चर्चा व वार्ता की गई। द्वितीय सत्र कवि गोपाल दास नीरज की कविता - स्वप्न झरे  फूल से गीत चुभे शूल से, रामधारी सिंह दिनकर की कविता - पुरुरवा और उर्वशी पर  केंद्रित रहा।

प्रतिभागियों ने बताया कि कार्यशाला छात्रों व अध्यापकों के लिए बहुत ज्ञानवर्धक  रही। कार्यक्रम की सफल प्रस्तुति का अंत राष्ट्रगान से हुआ । 


प्रस्तुति-
डॉ. विनय कुमार यादव
अध्यक्ष, हिंदी विभाग 
बिशप कॉटन वीमेन्स क्रिश्चियन कॉलेज
बैंगलोर।