शब्द
अनिल कुमार
शब्दों से शब्दों तलक
दिल की गहराई का बयान
कुछ ख़ुशी के पलों की बातें
कुछ ख़ामोशियों के निशां
शायद
यूँ ही बन जाती है
कविता, ग़ज़ल या फिर शायरी
क्योंकि
दिल की अनुभूतियों का
शब्दों से ही होता है बयान . . .
शब्दों से शब्दों तलक
दिल की गहराई का बयान
कुछ ख़ुशी के पलों की बातें
कुछ ख़ामोशियों के निशां
शायद
यूँ ही बन जाती है
कविता, ग़ज़ल या फिर शायरी
क्योंकि
दिल की अनुभूतियों का
शब्दों से ही होता है बयान . . .