मेरे अल्फाज़ तुम्हारे साथ
वीरेन्द्र कुमार कौशलअरे वाह .....
ज़िन्दगी
तो जलेबी की तरह
एक दम सीधी
है न कमाल .....
अरे वाह ......
विशेष दिन .....
करवा चौथ पर
विधिविधान से
पूजा अर्चना
है न कमाल
अरे वाह ......
बाकी दिन ......
फिर
बकरे की तरह
हलाल ......
है न कमाल
अरे वाह .....
अरे वाह .....